Loch Ness Monster: डायनासोर का वंशज… समुद्री राक्षस, लॉक नेस का वह रहस्य जो आज भी नहीं सुलझा, जानें क्या है ये

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Loch Ness: स्कॉटलैंड के मीठे पानी की झील में एक दैत्य को देखे जाने से जुड़ी खबरें हमेशा से आती रही है। 1934 में इसका पहला फोटो आया था, तब माना जा रहा था कि यह एक ऐसा जानवर है, जिसका आधा शरीर पानी से बाहर है, वहीं आधा शरीर पानी के अंदर है। हालांकि बाद में यह फोटो गलत साबित हुई।

एडिनबर्ग: लॉक नेस मॉन्स्टर या नेस्सी स्कॉटलैंड में मीठे पानी की झील ‘लॉक नेस’ में रहने वाले एक पौराणिक दैत्य को कहा जाता है। यह दैत्य छठी शताब्दी का बताया जाता है। पिछले कुछ वर्षों में नेस्सी को देखे जाने और इसकी कथित तस्वीरें सामने आती रही हैं। हालांकि इसके अस्तित्व का समर्थन करने वाले ज्यादातर कथित सबूतों को खारिज किया जाता रहा है और माना जाता है कि यह दैत्य एक मिथक है। प्राचीन काल के स्थानीय पत्थरों पर भी इनकी नक्काशी देखी जाती है।

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ये एक बड़ा जानवर है जो डायनासोर की एक प्रजाति का वंशज है। माना जाता है कि इस राक्षस का पहला फोटो 1934 में सामने आया, जिसे 1994 में नकली पाया गया। इसे खिलौने वाली पनडुब्बी के तौर पर देखा गया। फोटो में लग रहा था कि एक जीव का शरीर पानी से बाहर निकला हुआ है। 2008 में ऐसी खबरें आईं कि यह जीव ग्लोबल वार्मिंग के कारण विलुप्त हो गया। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने जब एक डीएनए टेस्ट किया तो उन्हें इसका कोई सबूत नहीं मिला। इस जीव का पहला लिखित विवरण 7वीं सदी में सेंट कोलंबा की जीवनी में दिखाई देता है।

क्या लिखा है जीवनी में

जीवनी के मुताबिक 565 ईस्वी में यह जीव पानी से आधा निकला और एक तैराक को काट लिया। वह एक दूसरे इंसान पर हमला करना चाहता था, लेकिन कोलंबा ने उसे वापस जाने का आदेश दिया। उनका आदेश सुन कर वह वहां से चला गया। इसके बाद सदियों तक इसके देखे जाने की सूचना मिलती रही है। हालांकि इस जीव को देखा जाना लोककथाओं से प्रेरित लगती हैं। 1933 में इस जीव को देखे जाने से जुड़ी और भी कहानियां आने लगीं। क्योंकि तब झील से जुड़ी एक सड़क बनी थी और दूर तक इसमें बिना किसी अवरोध के देखा जा सकता था।

कपल ने देखने का किया दावा

1933 की फरवरी में एक कपल ने इस जीव को देखने का दावा किया और उसे एक ड्रैगन या दैत्य बताया। इस घटना के बारे में एक अखबार में भी छपा। इसके बाद जीव को देखने से जुड़ी कई घटनाएं सामने आती रहीं। कुछ रिपोर्टर्स ने इस जीव को खोजने का प्रयास किया, जिसके तहत उन्हें झील के किनारे बड़े-बड़े पंजे के निशान मिले। उन्होंने माना कि यह जीव 20 फीट लंबा है। लेकिन जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि ये इंसानों ने ही बनाए हैं।